कोई सूरत थी जो नज़र नहीं आती थी
ताउम्र निहारता रहा ख़ुद को में
जाने किस मंज़िल का मुंतज़िर रहा
रस्तों में तलाशता रहा ख़ुद को मैं
हर शख़्स में बुराई दिखाईं देती रही
हर किसी में तराशता रहा ख़ुद को मैं
कोई सूरत थी जो नज़र नहीं आती थी
ताउम्र निहारता रहा ख़ुद को में
जाने किस मंज़िल का मुंतज़िर रहा
रस्तों में तलाशता रहा ख़ुद को मैं
हर शख़्स में बुराई दिखाईं देती रही
हर किसी में तराशता रहा ख़ुद को मैं
I am my own doppelgänger,
wearing different shades of me every day
The genuine sad and the fake happy
The mentally abled and the emotional sappy
I do good self-impressions
so I am told
Which part of me is bought
and which is sold
Nobody would know
nobody will be told
I am my own doppelgänger…
ये दुनिया शाने ( चालाक) ही चलाते हैं
बाकी सब बस घर चलाते हैं
चाँद की लौ मधहम करो, सूरज की लौ बढ़ाओ
मंज़िलों की औकात क्या है तुम कदम तो बढ़ाओ
हर बड़ा शहर सपने देता है
और अपने छीन लेता है
Hey ey, yes ya try making things a little tighter
Coz ya don’t know, But I am a bit of fighter
Try pushing out ya-self a little stronger
Ya are all right, but that I am a bit of wronger
Ya think I am a good, oh and very much thanks
I do have venom, but I ain’t got no fangs
Ya may be vicious, Capricious
Fangilicious
But I ain’t
No saint…
Let’s die together, you and I
you in the delusion of love
and I in the reality of it…
They told me what I am
I realized what they are…
अंधेरे सोने नहीं देते, उजाले शोर करते हैं
बांध के रखो शाम की दिलकशी, आज कुछ और करते है
दिल कांच का लेकर, किस किस से तुम टकराओगे
इससे उससे खुद से, किस किस से नजर चुराओगे
वो खुशमिजाज शख्स आईने वाला, गम का दरिया है
नजर मिली तो डुब के मर जाओगे
पियुष कौशल