They told me what I am
I realized what they are…
Author: Piyush Kaushal
आज कुछ और करते है
अंधेरे सोने नहीं देते, उजाले शोर करते हैं
बांध के रखो शाम की दिलकशी, आज कुछ और करते है
शख्स
दिल कांच का लेकर, किस किस से तुम टकराओगे
इससे उससे खुद से, किस किस से नजर चुराओगे
वो खुशमिजाज शख्स आईने वाला, गम का दरिया है
नजर मिली तो डुब के मर जाओगे
पियुष कौशल
I
Of all the hypocrites I met
‘I’ leads the way
पानी
ठहरा जो पानी आंखों में
लोग पत्थरों से दिल बहलाएंगे
मुलाकात
कुछ ऐसे शय और मात हो गई
इक रोज़ उनसे जो मुलाकात हो गई
Men don’t cry…
Men don’t cry they say
THEY say men don’t cry
Thrashed, bashed or trashed don’t even try
Lick your wounds and sshh them dry
Oh you dare, and dare you ask me why
Hold your seas, for you’re the guy
Darn your feelings, let them die
Bash someone, bully them – they comply
But cry don’t
Men don’t cry…
शेर
पहला मिसरा जिन्दगी, दूसरा तुम
ये शेर मुकम्मल है…
गैट लोस्ट
“गैट लोस्ट” कहा उसने मुझे
खो जाने का भी एक अलग ही मजा है…
पियूष कौशल
रात भर
तेरे ख्वाब महकते रहे रात भर
मुझे फूल किताबों में मिलते रहे रात भर